गरमी का दिन है और दोपहर के भोजन का समय है । नरम रोटी की प्रशंसा कर रहे अनिल को जवाब देते हुए सुनील उससे कहता है कि गेहूं के आटे की बारीकी के कारण सारा अंतर आ जाता है । यह सुन अनिल आश्चर्य प्रकट करता है कि यदि किसानों को भी अच्छी मिट्टी मिले तो उन्हे भी अच्छी फसल का आनंद मिल सकता है । सुनील बताता है कि किस प्रकार मैसी ट्रैक्टर के लिए यह संभव है और इस कहानी के जरिए मैसी ट्रैक्टर की बेहतर तकनीक साबित होगी।
क्लिक करें और देखें कि किस प्रकार अन्य ट्रैक्टर रोटरी टिलर चला तो सकते हैं, मगर सिफ मैसी मिट्टी को महीन करे सबसे बेहतर।
पूछताछपांच की शक्ति